लखीमपुर कांड: मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्या कहती है? जानिए

लखीमपुर खीरी

गुरप्रीत सिंह

उत्तर प्रदेश का शांत और हरा भरा तराई क्षेत्र लखीमपुर खीरी कब सियासी पार्टियों के लिए तराइन के युद्ध का मैदान जैसा बन जाएगा यह किसी ने नहीं सोचा था।

सियासी चक्रव्यूह के चक्रवात ने चार किसानों, दो बीजेपी कार्यकर्ता, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री  टेनी के ड्राइवर और स्थानीय पत्रकार की जान की आहुति ले ली। सभी मृतकों की मौत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। डॉक्टरों के पैनल द्वारा किये गई पोस्टमॉर्टम में किसी की मौत घसीटने से तो किसी की लाठी-डंडों की पिटाई से हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में किसी की भी मौत गोली लगने की वजह से नहीं हुई है

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट क्या कहती है?
1. लवप्रीत सिंह (किसान): घिसटने से हुई मौत. शरीर पर चोट के निशान मिले. शॉक और हेमरेज मौत की वजह.
2. गुरविंदर सिंह (किसान): दो चोट और घिसटने के निशान मिले. धारदार या नुकीली चीज से आई चोट. शॉक और हेमरेज.
3. दलजीत सिंह (किसान): शरीर पर कई जगह घिसटने के निशान. यही बनी मौत की वजह.
4. नछत्तर सिंह (किसान): मौत से पहले शॉक, हेमरेज और कोमा. घिसटने के भी मिले निशान.
5. शुभम मिश्रा (बीजेपी नेता): लाठी-डंडो से हुई पिटाई. शरीर पर दर्जनभर से ज्यादा जगहों पर चोट के निशान मिले.
6.हरिओम मिश्रा (अजय मिश्रा का ड्राइवर): लाठी-डंडों से पिटाई. शरीर पर कई जगह चोट के निशान. मौत से पहले शॉक और हेमरेज.
7. श्याम सुंदर (बीजेपी कार्यकर्ता): लाठी-डंडों से पिटाई. घिसटने से दर्जनभर से ज्यादा चोटें आईं.
8. रमन कश्यप (स्थानीय पत्रकार): शरीर पर पिटाई के गंभीर निशान. शॉक और हेमरेज से हुई मौत.

इस बीच पोस्टमॉर्टम के बाद सभी शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया. सोमवार और मंगलवार सुबह तक दो किसानों व चार अन्य का अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया गया. दो किसानों का अंतिम संस्कार बहराइच में मंगलवार को किया जा रहा है. अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ भी उमड़ पड़ी है।

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