अजमेर में दरिंदगी की शिकार छात्रा से मानसिक क्रूरता, नही देने दिया 12वीं की परीक्षा

अजमेर राजस्थान

एक नाबालिग बच्ची ने पहले शारीरिक रूप से याताएं सहन की.फिर स्कूल प्रबंधन ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। यह गैर जिम्मेदाराना रवैया आपराधिक श्रेणी में आता है. किसी भी पीड़िता को शिक्षा से वंचित नहीं रखा जा सकता. इसे लेकर जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा गया है.

राजस्थान के अजमेर जिले में एक गैंगरेप पीड़िता के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है. 12वीं कक्षा की इस रेप पीड़िता का आरोप है कि उसे स्कूल ने बोर्ड की परीक्षा नहीं देने दी. वारदात के बाद जब वह स्कूल गई तो उसे यह कहा गया कि आप स्कूल आना रहने दीजिए माहौल खराब हो जाएगा. पीड़िता ने अब इस मामले को लेकर अब जिला बाल कल्याण समिति के सामने इंसाफ की गुहार लगाई है. उसके बाद बाल कल्याण समिति इस मसले को लेकर शिक्षा विभाग और प्रशासन को पत्र लिखकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.

मामले की जानकारी देते हुए जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने बताया कि पीड़िता गेगल थाना इलाके की रहने वाली है. वह एक निजी स्कूल में पढ़ती है. पीड़िता उनके पास आई और उसने बताया कि बीते 18 अक्टूबर को उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया था. इसमें उसका चाचा और दो अन्य लोग शामिल थे. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम भी दिया था.

अंकिता चौधरी (न्यूज़ जोन)

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