संस्कारी पार्टी के पदाधिकारी भूले शब्दों की मर्यादा, अभद्र भाषा का किया प्रयोग

सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों के बीच एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट को कहा दलाल

आशीष पाठक

रायबरेली-

जनपद रायबरेली में कोर्ट के आदेश से अवैध अतिक्रमण नगर पालिका व शासन प्रशासन के द्वारा हटाया जा रहा था जिसमें सब्जी मंडी में नगर पालिका व प्रशासन के बीच भाजपा पदाधिकारियों ने बीच सड़क पर बैठकर किया चक्का जाम अपनी ही सरकार के खिलाफ जाकर वहां मौजूद अधिकारियों से अमर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए एसडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट को एक बार नहीं कई बार जिला मीडिया प्रभारी विजय वाजपेई ने दलाल कहकर पुकारा और बार-बार कहते रहे यह दोनों दलाल हैं जनता के साथ सही से व्यवहार नहीं कर रहे हैं आपको यह भी बता दें कि जिला मीडिया प्रभारी विजय वाजपेई जब से मीडिया प्रभारी बने हैं तब से लेकर आज तक इनके ऊपर कई आरोप-प्रत्यारोप लगते आ रहे हैं कभी अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों के बारे में अमर्यादित शब्दों का प्रयोग कभी प्रशासन के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग अब सब्जी मंडी में अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर पालिका व प्रशासन की टीम जो अतिक्रमण हटवा रही थी उसके बीच में पहुंचकर भाजपा नगर पश्चिमी अध्यक्ष अखिलेश तिवारी ने शासन प्रशासन के खिलाफ बीच सड़क पर धरने में बैठ गए और कहा कि आपको अतिक्रमण हटाना है तो सबसे पहले कुछ समय पहले एसडीएम रहे शशांक त्रिपाठी ने जहां से अतिक्रमण हटाने की शुरुआत की थी पहले वहां से आप अतिक्रमण हटवाए फिर आप यहां पर आइए क्योंकि आप बड़े लोगों की कार्यवाही नहीं कर रहे हैं और छोटे छोटे लोग जो अपना जीवन यापन बमुश्किल कर पा रहे हैं उनके यहां आकर इस तरह का कार्य कर रहे हैं।

उसी के बीच में जिला मीडिया प्रभारी ने अपनी पार्टी के संस्कारों को भूलकर एसडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट को अमर्यादित भाषा से नवाजा, कहते हैं भारतीय जनता पार्टी संस्कारों की पार्टी के रूप में जानी जाती है वही जिला मीडिया प्रभारी विजय बाजपेई अपनी ही पार्टी के संस्कार भूल गए और नेतागिरी चमकाने के चक्कर में एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट को एक बार नहीं बार-बार दलाल कहते रहे अब देखने की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी रायबरेली का जिला नेतृत्व व प्रदेश नेतृत्व क्या करता है क्योंकि अभिव्यक्ति की आजादी है आप किसी चीज से असंतुष्ट हैं तो उसकी बात सामने रख सकते हैं पर अपनी ही सरकार के खिलाफ एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट को इतना गंदा शब्द से नवाजने पर क्या मामला सही हो सकता है जो बात बातों से बन सकती है वह और खराब हो सकती है सत्ता पक्ष और भाजपा रायबरेली के जिला मीडिया प्रभारी कहां तक गिर सकते हैं यह देखने को है क्योंकि दलाल शब्द कहना उचित नहीं ।

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