उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के तिकुनिया में कवरेज के दौरान अपनी जान गवाने वाले युवा पत्रकार रमन कश्यप के पीछे तमाम पत्रकारों और मीडिया संगठनों की एकजुटता रंग लाई है। सरकार की ओर से ₹45 लाख की मदद और नौकरी का आश्वासन दिया गया है।
रमन कश्यप खीरी के निघासन के रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा 11 वर्षीय बेटी तनु और डेढ़ साल का बेटा शामिल है ।लखीमपुर में हिंसक झड़प में अब तक कुल 9 लोगों की मौत हो चुकी है. चार किसान, एक पत्रकार और चार अन्य लोग मारे जा चुके हैं.। पहले सिर्फ मृतक किसानों के लिए ही मुआवजा राशि और नौकरी का प्रस्ताव रखा गया था।
लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कोषाध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी एवं एलजेए के महामंत्री विजय आनंद वर्मा, तथा प्रेस जनलिस्ट आफ इंडिया के वरिष्ठ पदाधिकारी धीरज गुप्ता व शिशिर शुक्ला औऱ नव आदर्श श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह, एवं प्रदेश महासचिव विनीत जायसवाल शोक जताते हुए सरकार से मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और पचास लाख का मुआवजा दिए जाने की अपील और हत्या में शामिल लोगों पर कार्यवाही की मांगकी थी
ज्ञातव्य है कि पंकज झा, श्वेता, मनदीप नवलकान्त समेत सैकड़ो वरिष्ठ पत्रकारों और अनेकों पत्रकार संगठनों ने सोशल मीडिया पर मुवाअजा और नौकरी की मांग की मुहिम छेड़ दी थी। सीमित संसाधनों और कम सैलरी के बावजूद भी जान जोखिम में डालकर कवरेज करने वाले पत्रकारों को यह खबर राहत पहुचाने वाली है।